India – आपका हमारे ब्लॉग पर स्वागत है, आज हम इस पोस्ट में उत्तर प्रदेश राज्य और भारतीय राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव विहार के बारे में, जिनसे जुड़ी जानकारी के प्रश्न समस्त सरकारी परिक्षाओं में पूछे जाते हैं – आइए जानिए।
राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव विहार –
- राष्ट्रीय चम्बल वन्य जीव विहार
- दुधवा राष्ट्रीय उद्यान
- पीलीभीत टाइगर रिजर्व
- पक्षी विहार
- घड़ियाल प्रजनन एवं पुनर्वास योजना
राष्ट्रीय चम्बल वन्य जीव विहार –
भारत सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में पड़ने वाले चम्बल के क्षेत्र में मगरमच्छ तथा घड़ियाल के संरक्षण के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गई थी।राष्ट्रीय चम्बल घड़ियाल वन्यजीव अभयारण्य वर्ष 1978 में स्थापित हुआ था। जिसका क्षेत्रफल 5,400 वर्ग किलोमीटर पर विस्तारित है। अभयारण्य के भीतर चम्बल नदी अपने वास्तविक प्राकृतिक रूप में बीहड़ खाईयों और पहाड़ियों से होकर गुज़रती है।
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान –
उत्तर प्रदेश राज्य का एक मात्र राष्ट्रीय उद्यान लखीमपुर-खीरी एवं पीलीभीत जिले के 490 वर्ग किलोमीटर के वन क्षेत्र पर फैला हुआ है। यह भारत और नेपाल की सीमाओं से लगे विशाल वन क्षेत्र में फैला है। यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एवं समृद्ध जैव विविधता वाला राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र है। यह राष्ट्रीय उद्यान बाघों और बारहसिंगा के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इसकी स्थापना बारासिंघा एवं शेर जैसी दुर्लभ प्रजातियों के संरक्षण और समुचित विकास हेतु वर्ष 1968 में दुधवा पशु विहार के रूप में की गई। जिसे 1977 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दे दिया गया। इसे वर्ष 1987 -88 में बाघ परियोजना में शामिल किया गया।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व –
इसका गठन वर्ष 2008 में किया गया। यह पीलीभीत जिले में 1079 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। राज्य के कुकरैल वन में वर्ष 1984-85 में एक लुप्तप्राय प्रजाति केन्द्र स्थापित किया गया, जहां एक काला हिरण, ऊदबिलाव, काकेर आदि। लुप्तप्राय जीवों हेतु योजना चलाई जा रही है।
पक्षी विहार –
पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के संरक्षण के उद्देश्य में उत्तर प्रदेश में कुल अब तक 13 पक्षी विहारों की स्थापना की गई है।
- समसपुर पक्षी विहार – रायबरेली
- नवाबगंज पक्षी विहार – उन्नाव
- लाख बहासी पक्षी विहार – कन्नौज
- साण्डी पक्षी विहार – हरदोई
- ओखला पक्षी विहार – गौतम बुद्ध नगर
- बखीरा पक्षी विहार – सन्त कबीर नगर
- भीमराव अम्बेडकर पक्षी विहार – प्रतापगढ़
- मामन पक्षी विहार – मैनपुरी
- पार्वती आगरा पक्षी विहार – गोंडा
- पटना पक्षी विहार – एटा
- सुरहाताल पक्षी विहार – बलिया
- सूर सरोवर पक्षी विहार – आगरा
- विजय सागर पक्षी विहार – महोबा हमीरपुर
घड़ियाल प्रजनन एवं पुनर्वास योजना –
घड़ियालों की लुप्त प्रजातियों के संरक्षण एवं विकास हेतु चलाई जा रही इस योजना के अन्तर्गत घड़ियालों के अंडों को एकत्रित करके कृतिम निषेचन द्वारा बच्चे पैदा कर उनका पालन-पोषण किया जाता है। यह प्रकिया लखनऊ जिले के कुकरैल और बहराइच में होती है।
लखनऊ – कुकरैल / भारत में घड़ियालों की संख्या लगातार कम होने के बाद राज्य सरकार ने इसे विशेष रूप से घड़ियालों के संरक्षण के लिए बनाया। कुकरैल संरक्षण वन भारत के प्रसिद्ध वन भंडारों में से एक है।
उत्तर प्रदेश – राष्ट्रीय उद्यान और पक्षी विहार के बारे में यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं, और इन राष्ट्रीय उद्यानों में आप पर्यटन के लिए भी जा सकते हैं।