ग्राम पंचायत प्रति वर्ष दीर्घकालीन विकास को ध्यान में रखते हुए उपलब्ध संसाधनों के अनुसार अपने विकास की कार्ययोजना तैयार करेगी, जो कि जन सहभागिता एवं समुदाय की प्राथमिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तैयार की जाएगी। ग्राम सभा के अनुमोदन के पश्चात ग्राम विकास योजना जीडीपी तैयार करने व उसे ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर अपलोड किया जाना अनिवार्य है।
ग्राम पंचायत विकास योजना जीडीपी (GDP) क्या है ?
भारत सरकार द्वारा ग्राम पंचायत विकास योजना का शुभारंभ वर्ष 2015 में किया गया, और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सितंबर 2015 में इससे सम्बन्धित दिशा निर्देश जारी किए गए।
- ग्राम पंचायत विकास योजना विकेंद्रित नियोजन (Decentralisation Planning) है।
- ग्राम पंचायतें दीर्घकालीन विकास, स्थानीय प्राथमिकताएं और उपलब्ध संसाधनों को ध्यान में रखते हुए एक निश्चित समय सीमा स्वयं की पंचवर्षीय एवं एक वार्षिक ग्राम पंचायत विकास योजना तैयार करेगी जो, सहभागी नियोजन एवं विभिन्न वित्तीय संसाधनों के अभिकरण पर आधारित होती है।
ग्राम पंचायत विकास योजना क्यों ?
- ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध संसाधनों के बेहतर प्रबंधन हेतु।
- ग्राम पंचायतों का समग्र एवं समेकित विकास जिसमें सामाजिक, आर्थिक एवं वैयक्तिक विकास शामिल हों।
- समुदाय को निर्णय लेने हेतु सक्षम बनना तथा आवश्यकताओं का चिन्हीकरण एवं प्राथमिकरण।
- सहयोगी नियोजन एवं संसाधनों के अभिकरण हेतु।
- निर्धनों की आजीविका निर्धनता एवं सामाजिक सुरक्षा प्रमुखता से सम्मिलित करते हुए अनुसूचित जनजाति को को कल्याण हेतु प्राथमिकता देने हेतु।
ग्राम पंचायत विकास योजना के निर्माण की प्रक्रिया –
ग्राम पंचायत विकास योजना निर्माण हेतु मुख्यत पांच चरणों का प्रयोग किया जाता है, जो निम्नलिखित हैं।
- वातावरण निर्माण (ग्राम सभा का आयोजन)
- आवश्यकताओं एवं समस्याओं की पहचान एवं प्राथमिकताओं का निर्माण।
- पारिस्थितिक विश्लेषण।
- ग्राम पंचायत विकास योजना के संचालनो का निर्धारण एवं ड्राफ्ट प्लान का विकास।
- प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति।
ग्राम पंचायत विकास योजना – अनुश्रवण
ग्राम पंचायतों द्वारा कार्य योजना का निर्माण किया जाएगा। साथ ही ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर कार्य को अपलोड किया जाएगा। इस कार्य को करने के लिए पंचायत सहायक सचिव का सहयोग करेंगे।
- योजना के अवलोकन में पंचायत कि स्थायी समितियों का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।
- निर्धारित कार्य के अनुसार जो भी सम्बंधित स्थायी समिति जिम्मेदार है, वह अपनी सहायता हेतु लाभार्थियों के बीच से कुछ लोगों का चयन करें और हो रहें कार्यों की निगरानी करें।
- मदद के लिए अनुश्रवण समिति का गठन कर लें, इससे लोगों को भागीदारी भी बढ़ेगी साथ ही साथ विकास योजना के लोगों में अपनत्व वा स्वामित्व बनाना।
- योजना सम्बन्धी सभी व्यव 15वें वित्त आयोग की निधि से खर्च होंगे।
- ग्राम स्वराज पोर्टल पर प्रत्येक कार्य की वर्क आईडी बनाई जाएगी एवं कार्यो की मासिक प्रगति भी एक्सन साफ्टवेयर के माध्यम से रिपोर्ट की जाएगी।
आपको ग्राम विकास पंचायत योजना जीडीपी की ग्राम पंचायत सहायक सदस्यों से जुड़ी यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं धन्यवाद।