उत्तर प्रदेश – आज इस पोस्ट में आपको उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा के अन्दर 10 प्रमुख ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों के बारे में बताएंगे। उत्तर प्रदेश समेत सम्पूर्ण भारत में ऐतिहासिक स्थल हैं – जिनमे से आज हम उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थलों की चर्चा करेंगे जैसे – मेरठ, बदायूं सिकन्दरा, लखनऊ, झांसी खजुहा, जौनपुर आदि।
10 Historical place in uttar pradesh-
1 – झांसी
झांसी उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यह राज्य के चम्बल नदी के तट पर स्थित है। इसकी स्थापना 1613 ई. में ओरछा के शासक वीरसिंह बुन्देला नी की थी। कुछ वर्ष पश्चात 1732 ई. में जौनपुर युद्ध के पश्चात् यह स्थानीय ओरछा शासक छत्रपाल द्वारा बाजीराव पेशवा को सौंप दिया गया। वही रानी लक्ष्मीबाई ने 1857 के विद्रोह में हिस्सा लिया था, जो गंगाधर राव की पत्नी थी।
2- जौनपुर
राज्य का जौनपुर ऐतिहासिक स्थल गोमती नदी के किनारे स्थित है। इसकी स्थापना 1359 ई. में फिरोज शाह तुगलक ने मोहम्मद तुगलक के नाम पर करवाई थी। जौनपुर के प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों में मस्जिदो का प्रमुख स्थान है।
3- लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। इस स्थल की प्रसिद्ध उत्तर मध्य काल से प्रारम्भ हुई। जिसे बागों का शहर भी कहा जाता है। प्राचीन ऐतिहासिकारों के अनुसार लखनऊ का प्राचीन नाम लक्षण पुर था। जिसे भगवान श्री राम चन्द्र के भाई लक्ष्मण जी ने बसाया था। लखनऊ के नवाबों ने इस नगर में कई भवनों का निर्माण भी किया। जिनमे इमामबाड़ा, बरादरी, क्षतर मन्दिर, रूमी दरवाजा, दिलकुशा और रेजीडेंसी हैं। वही आधुनिक भवनों में चारबाग रेलवे स्टेशन और विधानसभा प्रमुख हैं।
4- अयोध्या
भगवान श्री राम चन्द्र की नगरी अयोध्या भी ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यह राज्य के फैजाबाद जिले के सरयू नदी के तट पर स्थित है। इतिहासकारों के अनुसार इसका प्राचीन नाम अयास्जा था। बौद्ध परम्परा के अनुसार यहां पर अशोक ने एक स्तूप का निर्माण भी करवाया था। आगरा में स्थित कनक भवन, मणि पर्वत, रामभवन, रामघाट, तुलसी चौरा, हनुमान गढ़ी आदि ऐतिहासिक और दर्शनीय स्थल हैं।
5- हस्तिनापुर
राज्य के मेरठ शहर से 22 मील दूर हस्तिनापुर नामक ऐतिहासिक स्थल है। महाभारत काल के अनुसार हस्तिनापुर कौरवों की राजधानी भी थी। प्राचीन समय मे गंगा में आई बाढ़ ने इस स्थान को उन्मूलित कर दिया जिस कारण राज्य की शाखा जन्मेजय कौशांबी में पुनः स्थापित हो गई। यहां का मुख्य टीला , विदुर का टीला, अथवा ऊलटाखेडा कहलाता है। इस स्थल को पुरातात्विक मानचित्र रखने का श्रेय बी बी लाल को है। जिन्होंने भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से वर्ष 1952 तक यहां उत्खनन का कार्य करवाया था, और ऐतिहासिक सभ्यता की खोज की थी।
6- खजुहा
राज्य का खजुहा ऐतिहासिक स्थान इलाहाबाद ( प्रयागराज) के निकट स्थित है, यहां 1659 ई. में औरंगजेब वह शाहशुजा के मध्य उत्तराधिकार का युद्ध हुआ था। जिसमें से औरंगजेब को जीत प्राप्त हुई थी।
7- आगरा ( The Tajmahal )
इस ऐतिहासिक नगर की स्थापना 1504 ई. में सिकंदर लोधी ने की थी, जहां उसने एक छावनी भी बनवाई थी। मुगल सम्राट में अकबर व बाबर ने इसी नगर को अपना मुख्य केन्द्र बनवाया था। यमुना नदी के तट की किनारे बसा आगरा सम्पूर्ण विश्व में ताजमहल के लिए विश्वप्रसिद्ध है।
ताजमहल का निर्माण मुगल बादशाह जहांगीर के बेटे शाहजहां ने अपनी प्रेयसी बेगम मुमताज की याद स्मृति में बनवाया था। ताजमहल का निर्माण वस्तुकला के श्रेष्ठ कारीगर उस्ताद ईसा की देखरेख में करवाया था। इसे 20 हजार मिस्त्री व मजदूरों ने मिलकर 20 वर्ष में पूरा किया था। प्राचीन काल में इसे अग्रवन तथा आर्यग्रह के नाम से भी जाना जाता था।
8- फतेहपुर सीकरी
आगरा के समीप स्थित फतेहपुर सीकरी का निर्माण अकबर द्वारा करवाया गया था। ऐतिहासिक स्थल फतेहपुर सीकरी का बुलन्द दरवाजा प्रसिद्ध है। 1573 ई. से 1588 तक यह स्थान मुगल साम्राज्य की प्रतिष्ठा में सुशोभित था। और यहां मुगल साम्राज्य की कि ऐतिहासिक चीजें भी रखी हैं।
9- बंशखेड़ा
उत्तर प्रदेश राज्य के बंशखेड़ा जैसे ऐतिहासिक स्थल के बारे में आपने बहुत कम ही पढ़ा और सुना होगा। यह स्थान गंगा नदी के स्थान पर स्थित है। शाहजहांपुर जिले में स्थित यहां से 1894 ई. में हर्षवर्धन का ताम्र दानपटट् लेख प्राप्त हुआ जिसे हर्ष की वंशावली व उसके प्रशासनिक संरचना के विषय मे जानकारी मिलती है।
10 मेरठ
उत्तर प्रदेश राज्य का यह नगर प्राचीन काल से ही ऐतिहासिक राजनीतिक व आर्थिक दृष्टि से अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह ऐतिहासिक स्थल कुतुबद्दीन ऐबक के समय यह नगर दिल्ली सल्तनत का अंग बना लिया गया था। 1857 की क्रान्ति की आग सर्वप्रथम प्रस्फुटित हुई थी।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख ऐतिहासिक स्थल
प्राचीन काल से ही उत्तर प्रदेश राज्य भारत के ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। उत्तर प्रदेश प्रान्त अपनी ऐतिहासिक, धार्मिक, तथा सांस्कृतिक धरोहर के लिए विश्वविख्यात है। आपको उत्तर प्रदेश से जुड़ी यह ऐतिहासिक जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।