आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में आपको उत्तर प्रदेश के ऊर्जा संसाधन और विद्युत ताप परियोजनाओं के बारे में बताएंगे। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा संसाधन और विद्युत ताप परियोजनाओं के बारे में समस्त सरकारी परिक्षाओं जैसे IAS, UPSSSC, RAILWAY, BANKING, SSC EXAM आदि परिक्षाओं प्रश्न पूछे जाते हैं।
उत्तर प्रदेश उर्जा संसाधन-
भारत में उत्तर प्रदेश देश का पांचवां सबसे बड़ा विद्युत उत्पादक राज्य है। उत्तर प्रदेश में विद्युत उत्पादक का कुल 88% तापीय विद्युत, 10% जल विद्युत और 2% नाभिकीय विद्युत के रूप में बिजली उत्पादन होता है।
गठन –
उत्तर प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में आमूल सुधार तथा उपभोक्ताओं के लाभ हेतु केन्द्र सरकार के आधार पर उत्तर प्रदेश की विद्युत नियामक आयोग का गठन वर्ष 1998 में किया गया। विद्युत अधिनियम 1948 की धारा 43 क, की उपधारा 2 को 11 सितंबर 2000 से हटा दिए जाने के साथ उत्तर प्रदेश नियामक आयोग अपने अधिकार क्षेत्र के अन्तर्गत शुल्क निर्धारण अधिकारों का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र रहेगा।
उत्तर प्रदेश ताप विद्युत परियोजना-
उत्तर प्रदेश में निम्नलिखित विद्युत परियोजनाओं द्वारा विद्युत उत्पादन होता है।
1- ओबरा ताप विद्युत केन्द्र :-
उत्तर प्रदेश के ओबरा ताप विद्युत केन्द्र की स्थापना मिर्जापुर नामक स्थान पर पुर्व सोवियत संघ की सहायता से की गई। इस विद्युत केन्द्र को कोयले की आपूर्ति सिंगरौली की कोयला खानों से की जाती है। इस विद्युत केन्द्र की कुल क्षमता 1288 मेगावाट है।
2- चंदौसी ताप विद्युत केन्द्र :-
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के चंदौसी में दो ताप विद्युत केन्द्र की स्थापना की गई। चंदौसी ताप विद्युत केन्द्र की कुल क्षमता लगभग 100 मेगावाट ही है।
3- हरदुआगंज ताप विद्युत केन्द्र :-
अलीगढ़ जिले में वर्ष 1942 से बंगाल की 20 मेगावाट वाली पुरानी युनिट लाकर इसकी स्थापना की गई थी। पूर्व सोवियत संघ की सहायता से वर्ष 1963-68 के मध्य तक एक नवीन विद्युत ताप ग्रह की स्थापना की गई। जिसकी कुल विद्युत उत्पादक क्षमता 665 मेगावाट है।
4- रोजा ताप विद्युत परियोजना :-
शाहजहांपुर में स्थापित रोजा विद्युत ताप परियोजना कोयले पर आधारित है, जिसकी क्षमता 1200 मेगावाट है। इस परियोजना कुछ शुरूवात आदित्य बिरला ग्रुप द्वारा की गई थी परन्तु वर्ष 2006 में इसका अधिकरण रिलायंस ग्रुप द्वारा कर लिया गया।
5- पारक्षी ताप विद्युत परियोजना :-
कुल 1140 मेगावाट क्षमता वाली यह परियोजना झांसी के निकट स्थित है। इसकी क्षमता में 500 मेगावाट का विस्तार भी किया गया है, जो 2012 में पूर्ण होने के बाद 2013 से उत्पादन प्रारंभ भी हो गया है।
6- घाटमपुर विद्युत परियोजना :-
यह परियोजना राज्य सरकार एंव लिनोवी लिग्नाइट की 1980 मेगावाट की संयुक्त परियोजनाओं में से एक है, इसका निर्माण रामबाई नगर में किया गया है।
7- बारा ताप एवं करक्षना विद्युत ताप केन्द्र :-
बारा ताप एवं करक्षना विद्युत ताप केन्द्र की सू निजी क्षेत्र जेपी समूह द्वारा इलाहाबाद मे बारा एवं करक्षना तहसील में की जा रही है। इस विद्युत केन्द्र की क्षमता 3×600 मेगावाट और करक्षना की 2×600 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा।
8- मेजा ताप विद्युत परियोजना :-
यह एन टी पी सी एवं राज्य सरकार की 1320 मेगावाट क्षमता की संयुक्त विद्युत परियोजना है। इसका निर्माण इलाहाबाद में मेजा तहसील में किया जा रहा है।
9- अनपरा ताप विद्युत केन्द्र परियोजना :-
उत्तर प्रदेश में इस विद्युत ताप परियोजना की क्षमता 1630 मेगावाट है। कोयला आधारित यह विद्युत ताप केन्द्र सोनभद्र जिले के अनपरा नामक स्थान पर स्थित है। अनपरा विद्युत ताप का निर्माण जापान देश की मदद से किया जा रहा है।
परमाणु शक्ति परियोजना/ केन्द्र –
नरौरा शक्ति परमाणु केन्द्र उत्तर प्रदेश राज्य के बुलन्दशहर में स्थित है। इसमें 235-235 मेगावाट के दो रिएक्टर कार्यरत हैं, जिनकी कुल क्षमता 470 मेगावाट है। प्रथम रिएक्टर को वर्ष 1989 में तथा दूसरे रिएक्टर को वर्ष 1991 में शुरू किया गया था।
शौर शक्ति केन्द्र –
उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती जिले में वर्ष 2000-1 में भारत सरकार एवं राज्य सरकार के वित्तीय सहयोग से 100 किलो वाट की एक ग्रिड संयोजित शौर शक्ति केन्द्र की स्थापना की गई।
अगर आप भी सिविल सेवा परीक्षा, IAS, IPS, RAILWAY, BANKING, जैसी परिक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो आपको उत्तर प्रदेश की विद्युत परियोजना से जुड़ी जानकारी जरुर होनी चाहिए। और आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताएं।